पहला प्यार - आगे की कहानी

पहला प्यार - आगे  की कहानी

६ साल बीत गये-------------------
स्वाती ने अपनी Engineering  की पढ़ाई पूरी कर ली थी और एक multinational company मे काम करने लगी थी.  वो Delhi मे अपनी कुछ फ्रेंड्स के साथ गर्ल्स होस्टल मे रहती थी. वो शायद अमित को भूल सी गयी थी , पढ़ाई और बिज़ी रुटीन के कारण अमित की यादे कुछ धुँधला सी गयी थी.
एक उसकी friend किसी concert  मे जाने के लिए tickets लाती है और उसको भी जबारजस्ति ले जाती. कॉन्सर्ट के गेट पर सब लोग लाइन लगाए थे, अंदर जाने के लिए, स्वाती भी अपनी दोस्तो के साथ खड़ी थी; तभी वहा कॉन्सर्ट का famous singer आता है और बीच मे बिछे रेड कार्पेट पर ,अपनी कार से उतरता है. वहा लोग उसे देखने के लिए आगे पीछे भागने लग जाते है.
ईसी भागा दौड़ी मे स्वाती को कोई धक्का देता है और वो आगे की तरफ गिर जाती है और उसका मोबाइल सिंगर के पैरो के पास गिर जाता है. वो उसे उठती है और सीधे खड़ी होती है, तो उसे सिंगर को अपने पास खड़े पाती है; वो दोनो एक दूसरे को कुछ देर देखते रह जाते है, ऐसा लगता है की शायद वक्त थम सा गया है और सब लोग अचानक से गायब हो गये हो, वो अमित था, लेकिन दाढ़ी होने की वजह से, स्वाती उसे पहचान नही पाती है, sorry बोल कर वहा से हट जाती है.
अमित को आज किस्मत पर यकीन हो गया था, आज तक जिसके लिए गाने गाता रहा ,आज वो सामने थी; लेकिन कुछ अंजान सी थी. आज उसका इंतज़ार पूरा हो गया था. दिल तो उसका कर रहा थी जाए और उसको बताए की वो अमित ही है, जिससे मिलने का वादा स्वाती ने किस्मत से लिया था ,पर वो चाहता था की ईसका अहसास स्वाती को खुद हो, इसलिए बिना बोले आगे बढ़ गया.
अमित ने अपने security को बोलकर स्वाती के साथ आई सभी लड़कियो को आगे की row मे बुला लिया. अमित ने आज तय कर लिया था की ६ साल पुराने प्यार का अहसास वो, आज स्वाती को दिला कर रहेगा.
 कॉन्सर्ट शुरू हुआ, सभी लोग नये सिंगर और नये म्यूज़िक ग्रूप बबल का इंतज़ार कर रहे थे, स्वाती की सहेलिया बहुत खुश थी कियोकि उन्हे सबसे आगे की जगह मिल गयी थी. तभी परदा खुलता है और सामने ग्रुप कहदा होता है. म्यूज़िक स्टार्ट होती है, अमित नीचे खड़ी स्वाती को देखकर मुस्कुराता है और अपने साथी म्युज़ीशियन को हाथ दिखाकर म्यूज़िक बंद करने को कहता है. सभी अचंभित हो जाते है, फिर वो लोगो की तरफ हाथ दिखा कर उनको भी चुप कर देता है. सब लोग शांत हो जाते है, सभी को उसकी आवाज़ सुनने के इंतज़ार है.
अमित कहता है," आज मैं आपको मेरे Bubble group की कहानी सुनने जा रहा हू.
प्यार से लिखी किस्मत ने प्यार की कहानी, जिसकी चाहत मे मीटे थे हम, वो भूल गयी इस अंजाने को;
आज रात याद आई है फिर से वो कहानी , समझा पाया आप को तो हो जाएगी सफल मेरी ज़िंदगानी
"
म्यूज़िक स्टार्ट का साइन देते हुए अमित ने शुरू कर्ज़  फिल्म का वो गाना, जो सभी की धड़कनो ने आज तक समाया हुया है.
" क्या तुमने कभी किसी से प्यार किया,क्या कभी किसी को दिल दिया, मैने भी दिया. मेरी उमर के नौजवानो दिल ना लगाना ओ दीवानो, मैने प्यार करके चैन खोया, नींद खोई, कहते नही है, कहते नही है झूठ सभी, प्यार से बढ़के नही है प्रीत कोई.
फिर म्यूज़िक रोक कर अमित ने बोला, " ये कहानी ६ साल पुरानी हो गयी , मैं उनके हा के चक्कर मे था और वो हवा का झौका समझ कर यूही हमे रास्ते मे छोड़ कर चली गयी.
 एक छोटा सा शहर, जहा शुरू हुई थी ये कहानी, जहाँ प्यार को गुनाह समझते है लोग, वहाँ की थी मैने गुस्ताख़ी. अपने प्यार को पाने की लिए था, पीछे उनके भागा पर वो इसे भी ईसे झुठला के चले गये, मैं यूही खड़ा रह गाया वो सुबह की ट्रेन से बपस अपने घर चले गये "

और मैं दिल मे बस ये ही गाता रह गया," बहुत प्यार करते है तुमको सनम, कसम चाहे लेलो खुदा की कसम, बहुत प्यार करते है तुमको सनम." अमित स्वाती की तरफ बढ़ता है.
अब स्वाती को कुछ याद आया, वो सारी बाते ,वो सारे सीन उसके दिमाग़ मे flashback की तरह तैरने लग गये. वो ख़यालो मे खोई हुई थी तभी उसके पास आया और अपना हाथ बढ़ाते हुए बोला,
"उन्होने कहा की प्यार सच्चा होगा तो ज़रूर मिलाएगा हमे, अगर ये तुम्हारा प्यार बबल है तो इन हवायो मे खो जाएगा कही,
स्वाती का हाथ पकड़ कर वो उसको स्टेज पर ले आया,
दोनो धीरे -धीरे एक दूसरे को देखते हुए चलते है, अमित मुस्कुराते हुए अपनी कहानी सुना रहा है और वो सुन रही थी.
 अमित," आज बताना है उन्हे कि सच्चा प्यार बबल नही बिन पानी की बारिश सा होता है जो तन मन को भिगो देता है. किस्मत पर यकी तो नही था मुझे, पर अपने प्यार पर था देखो ,आज खुद तुम्हे उसने मेरे दरवाजे पर ला खड़ा किया."
गाना," आया नही अभी तक उधर से कोई जवाव देखो; वो ना कहेगी तो खुद्खुशी से मर जायूंगा मैं यारो, वो हाँ कहेगी तो भी खुशी से मर जायूंगा मैं यारो, तो गाओ- ओम शांति ओम, शांति ओम, come on everyone, put your hands together and sing with me, ओम शांति ओम शांति शांतिओम,"
अमित माइक स्वाती को पकड़ा देता है ओर अपने हाथ ऊपर करके ताली बजाता है और सबको बजाने को कहता है.
अमित स्वाती के चारो ओर चक्कर काटता है, जवाव देने के लिए उसकी तरफ ईसारा करता है. स्वाती चुप खड़े होकर उसको देखती रहती है, क्या जवाव दे ये सोचती रहती है.
अमित बड़ी उम्मीद भारी आँखो से उसकी तरफ देखता है, और उसकी भी आँखो मे नमी थी, उन नम आँखो मे खुशी के अहसास को समेटते हुए; कुछ यू अपने दिल की बात वया करती है.
स्वाती," इंतज़ार था जिसका बरसो वो आज सामने है, लगता है ये हसीन सपना सा है, प्यार तो मुझे भी, उस पल ही हो गया था  बस इंतज़ार किस्मत आज़माने से था, आज इस भरी महफिर मे बड़ी फक्र से कह सकती हू , हा मुझे सिर्फ़ तुमसे ही प्यार है, हा मुझे सिर्फ़ तुमसे ही प्यार था,"
अमित मुस्कुरl के बोला," सवाल गाने मे था जो जवाव भी गाने मे ही होना चाहिए क्यो दोस्तो, इतने सालो के इंतज़ार का बस इतना सा जवाव," अमित लगातार ताली बजा रहा था ,लोगो को उत्तसाहित कर रहा था.
स्वाती ने शरमाते और मुस्कुराते हुए बोला, " गाना तो गाना आता नही मुझे, ये महफ़िल तुमसे है और तुम्ही इसकी शान हो, फिर भी आज गाने को दिल तो मेरा भी है.------------
" मौसम की सरगम को सुन, क्या गा रहा है समा, तू गा मेरे संग, गाये सारा जहाँ, गाए जा---, गाए जा--, दिल तो मेरा सिर्फ़ ये ही कहे ,तू है मेरी जान, तू है मेरा प्यार, गाए जा--, गाए जा--,
ये कह कर स्वाती शर्मा के चुप हो गयी, अमित ने ताली  बजाई, not bad स्वाती, फिर अमित स्वाती के पास गया और दोनो ने साथ मे गाया,
"मौसम की सरगम को सुन ,क्या गा रहा है समा-----------
                                                                                                 THE END

Comments

  1. Pahla pyar- aage ki kahani,
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