About This Blog
नमस्कार
दोस्तो,
कुछ
अनकही सी कहानिया, ये
ब्लॉग उन लोगो को
समर्पित है. जो हर
पल एक कहानी को
जन्म देते रहते है,
जो कहानियो मे जीते और
हर पल कहानियो को
अपने सपनो मे बुनते
रहते है. मैं भी
उन लोगो मे से
एक हू,कहानिया मेरा
अस्तित्वा है, दिन -रात
सुबह- शाम मेरे दिमाग़
मे नयी, नयी कहानियो
गूँजती रहती है जिन्हे
मैं लोगो को सुनना
चाहती हू पर सुना
नही पाती हू.
आज technology कितनी भी आगे कियो
ना हो गयी हो,
कहानी बताना और कहानी सुनना
सभी को पसंद है
फिर चाहे वो, पड़ोसी
के चटपटे affair की कहानी
हो ,या फिर सास
बहू की, बाहें भाई
की, दोस्तो की या फिर
घर के चौकीदार ओर
नौकर की ही कियो
ना हो. मेरा मानना
है की हर किसी
के पास एक कहानी
तो होती है सुनाने
के लिए , तो कियो ना
हम कुछ अंजाने से
दोस्त कुछ अनकही सी
कहानिया एक दूसरे को
सुनाए.
ईस blog का
एक मकसद और है;
काई बार हम बहुत
सारी बाते अपने लोगो
को बताना चाहते है पर कह
नही पाते, बता नही पाते,
चिट्ठियो का रिवाज तो
ख़तम हो गया, चाहे
उसकी जगह messages
ने ले ली हो
लेकिन फिर जो दिल
की बाते हम खुल
कर खतो मे लिख
पाते थे अब नही
लिख पाते है और
हमारे मन की बात
हमारे मन मे ही
रह जाती है.
ईसलिए
ईस ब्लॉग के ज़रिए हम
अपने दूर बैठे दोस्तो
को, अपने होने वाले
लाइफ पार्ट्नर को, अपने पति
को,अपने रूठे हुए
गर्ल फ्रेंड और बॉय फ्रेंड
को, अपने भाई बहानो
को, माता पिता को
और बरसो से बिछड़े,
दिल के किसी कोनो
मे बसे प्यारो को
कहानी के रूप मे
अपने विचार, आभार, मतभेद और दिल मे
बसे उनके लिया अपने
प्यार को, कहानी के
ज़रिए दरसा सकते है.
मैं
हर हफ्ते एक कहानी upload
करूँगी, पसंद आए तो
.अपनी अभिव्यक्ति ज़रूर दीजिएगा और अगर आप
अपनी कहानी भेजना चाहते है तो मेर email पर भेज सकते
है. जिसे मैं आपके
नाम के साथ या
फिर बिना नाम के
पब्लिश कर दूँगी, फिर
उसे आप उनके पास
भेज सकते है जिन
तक आप अपनी बात
पहुचना चाहते है.
कोशिश करिए की ईस
ब्लॉग तो ज़यादा से
ज़यादा लोगो तक पहुचा
सके ताकि, लोग अपनी बात
कह कर अपने गमो
को कुछ कम कर
सको,अपने दिलो को
कुछ राहत दे सके.
मुझे
इंतज़ार रहेगा आप लोगो का,
जो मेरे साथ एक
ऐसे समाज की आधारसिला
रखेंगे जॅहा प्यार की
और दोस्ती की अलग की
परिभाषा होगी, जहा कन्फ्यूषन नही,
समझदारी होगी, जहा शिकायते नही,
सिर्फ़ प्यार की बाते होगी.
समाज को आयाम देने
के लिए मेरी आप
से घुजारिस है की बाते
कहानी के फॉर्म मे
होनी चाहिए, NEGATIVE नही POSITIVE बाते
ही होनी चाहिए. आप
के अंदर अपनी बात
कहने की समझ, सहनशीलता,
दिल मे प्यार और
आखों मे सच्ची चमक
होनी चाहिए. गमो को किसी
को कह कर नही
तो लिख कर भी दूर किया जा सकता
है. एक बार कोशिश
करिए मेरा वादा है
की आप को बहुत
शनतोष होगा और आप
हल्का महशूष करेंगे.
तो मेरी पहेली कहानी
का आनंद लीजिए और
अपने विचार मुझ तक ज़रूर
पहुचाए
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